संपूर्ण लॉकडाउन में कस्बा व देहात के बाजार रे पूर्ण रुप से बंद -गैर जनपद के ग्रामीणों को जानकारी ना होने से आवागमन रहा जारी

बुढ़ाना 14 जून। जिलाधिकारी की संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा केवल जनपद मुजफ्फरनगर के  कस्बा व देहात की लोगो को मिली। पडौसी जनपद वासियों को मुजफ्फरनगर के सम्पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा ना मिलने के कारण गैर जनपदो से आने वाले ग्रामीण परेशान रहे। संपूर्ण लोकडाउन के घोषणा से कस्बा व देहात का बाजार पूर्णतया बंद रहा।
               जिलाधिकारी शेल्वा कुमार जे ने कोरोना महामारी की गम्भीरता को देखते हुए मुजफ्फरनगर जनपद में रविवार को सम्पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा की है। केवल जनपद मुजफ्फरनगर में ही यह जानकारी कस्बा व देहात की जनता को मिली। पडौसी जनपद वासियों को मुजफ्फरनगर के सम्पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा नही मिल सकी। कस्बा व देहात का बाजार पूरी तरह बंद रहा। गैर जनपदो से आने वाले ग्रामीण परेशान रहे। सोमवार को साप्ताहिक बंदी होने के कारण ही दूसरे जनपदों के देहातों से सामान की खरीदारी करने कस्बे में आए ग्रामीण परेशान रहे। दूसरे जनपदो से आने वाले दुपहिया व चुपहिया वाहन सड़को पर खूब दौडते रहे। पुलिस द्वारा वाहनों को रोकने का प्रयास किया गया। दूसरे जनपद से आने वाले वाहन चालको ने पुलिस को बताया कि उन्हे यहां के लॉक डाउन की जानकारी नही मिल सकी। सड़क पर भीड़ बढ़ती देख पुलिस वालों को मजबूरी में ट्रैफिक खोलना पड़ा।


-मेडिकल स्टोर व नीजी चिकित्सालय का बंद होना बना परेशानी का सबब


                 कस्बा व देहात से गम्भीर बीमारी के कारण कस्बे में आने वाले मरीज मैडिकल स्टोर व निजि चिकित्सकों के क्लीनिक के बाहर चक्कर काटते दिखाई दिये। जिलाधिकारी द्वारा कोविड-19 में लगे अधिकारी कर्मचारी मैडिकल के अलावा सभी निजी चिकित्सक व मेडिकल स्टोर मालिको सेवाऐं बंद किये जाने की घोषणा का बुरा प्रभाव दिखाई दिया। भयानक गर्मी में बीमारियों में इजाफा हुआ है। बीमार ग्रामीण व उनके तीमारदारों ने कहा कि मैडिकल सेवाऐं बंद की घोषणा ठीक नही है। वृद्ध व बीमार बच्चे, गम्भीर बीमारी से पीडित शुगर, दमा व श्वास, हार्ट व ब्लड प्रेशर के मरीजों को गम्भीर परिस्थिति का सामना करना पड़ा।